नकली रेमडेसिविर प्रकरण में कोटद्वार में दिल्ली क्राइम ब्रांच और पुलिस को नही मिले प्रमाण।
कोटद्वार(योगेश चौहान):-दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह नकली रेमडेसिविर का उत्पादन करता है।
उत्तराखंड के हरिद्वार, रुड़की और कोटद्वार में फैक्टरियोें है। एडीडीआई पुलिस कमिश्नर शिभेश सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने नकली रेमडेसिविर बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस दौरान सात लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि यह लोग एक इंजेक्शन को 25 हजार रुपये में बेचते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से रेमडेसिविर के 196 नकली इंजेक्शन बरामद किए हैं। वहीं तीन हजार खाली वायल्स भी पुलिस को मिली है। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे अब तक कोरोना मरीजों को दो हजार से अधिक रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बेच चुके हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।
मामले में पौड़ी जिले के कोटद्वार में दिल्ली क्राइम ब्रांच और कोटद्वार पुलिस की टीम छानबीन में जुट गई है। जिसमे आज अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार औऱ सीओ कोटद्वार में क्राइम ब्रांच के साथ सिडकुल स्थित नेक्टर हर्ब्स एवंम ड्रग कम्पनी में पंहुचे जंहा पर पुलिस और क्राइम ब्रांच को जांच करने पर नकली रेमडेसिविर बनाने के कोई सबूत नही मिले।
एएसपी मनीषा जोशी ने बताया कि मौके पर पूछताछ में पता चला है कि नकली रेमडेसिविर बनाने वाले लोगों ने फैक्टरी किराये पर ली थी। लेकिन अभी तक यहां कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है।
दिल्ली की क्राइम ब्रांच के साथ ही उत्तराखंड पुलिस के आला अधिकारी भी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं। इस मामले में हरिद्वार और रुड़की में भी कुछ फैक्टरियों में छानबीन की गई है।