खननकारियो ने खोद डाली तेलिश्रोत नदी पर बने पुल की नींव , कभी भी गिर सकता है पुल
रिपोर्ट-योगेश चौहान
कोटद्वार। नगर निगम भाबर क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड 37 झंडी चौड़ पश्चमी में स्थित एक जर्जर पुल टूटने के कगार पर खड़ा है। वह कभी भी किसी बड़े हादसे को न्यौता दे सकता है। झंडी चौड़ पश्चमी के प्रेम नगर बस्ती के लोगों ने बताया कि खनन कारोबारियों ने अंधाधुंध खनन करके पुल के पिलर की बुनियाद तक खोद डाली है और उसमे लगे पत्थर तक ले गए। लोगों का कहना है कि रात दिन खनन चल रहा है। जिसका बस्ती लोगों में गहरा आक्रोश है साथ ही पुल की मरम्मत के लिए उपजिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया है, उनका कहना है कि अभी तक कोई अधिकारी यहां झांकने तक नही आया है।
जिसके चलते लोगों ने प्रशासन और खननकरियों के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। लोगों ने बताया कि इस पुल से बच्चे स्कूल जाते है। घास फूंस लकड़ियां लेने के लिए स्थानीय लोगों का आवागमन इस पुल से होता रहता है लेकिन लगता है कि सोया हुआ प्रशासन तब जागेगा जब यहां पुल गिरने बाद लोगों को अपना शिकार बना चुका होगा। समाजसेवी हरीश चंद्र का कहना है कि यह पुल वर्ष 1992-93 में बनकर तैयार हुआ था लेकिन उसके बाद इसकी हालात खराब होती चली गई। कई सरकारे आई, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि बदले लेकिन इसकी किसी ने सुध तक न ली। और अब रही कसर रात दिन हो रहे खनन से पूरी हो गई।
खननकरियों ने पुल की नींव तक खोद डाली। तेलीश्रोत नदी में बना ये पुल कब नदी के बहाव में बह जाएं ये कोई नही जानता। बताते चले कि तेलिश्रोत पर बना यह पुल वार्ड लोकमणिपुर, झंडी चौड़ पश्चमी ओर झंडी चौड़ उत्तरी को आपस मे जोड़ता है ओर तीनों वार्डो से आने वाले लोगों का अवागमन बना रहता है वहीं समाजसेवी ने स्थानीय पार्षदों से निवेदन किया है कि इसके रखरखाव के लिए आगे आये। ताकि हम आपसी सहयोग से इसकी मरम्मत कर सकें।
खनन माफिया अवैध खनन करके सरकार पर करोड़ो का चूना तो लगा ही रहे है साथ ही इन्होंने पहले सड़कों की हालत खराब की ओर अब पुल की नींव खोदने में लगे है। कोटद्वार की जनता खनन का पूर्ण विरोध करने में लगी हुई है लेकिन खननकरियों के हाथों बिक चुकी बेहरी प्रशासन सुनने को तैयार नही है।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध खनन पर अंकुश लगाया जाए और जर्जर पुल को तत्काल मरम्मत कार्य करवाया जाए।