रेंजर अजय ध्यानी ने संभाला डीडीहाट रेंज का चार्ज।
कोटद्वार:– रेंजर अजय ध्यानी ने आज डीडीहाट रेंज का कार्यभार संभाल लिया है। पिथौरागढ़ डिविजन के अंतर्गत आने वाली डीडीहाट रेंज काफी संवेदनशील रेंज है। जहां पर कीड़ाजड़ी,अवैध पातन,अवैध शिकार,अवैध खनन के कई मामले देखे जाते है। जिसे पूरी तरह रोकने में वन विभाग पूरी ताकत झोंक देता था लेकिन इसके बावजूद भी डीडीहाट रेंज में अपराधिक मामले कम नहीं हुए।
डीडीहाट रेंज में लगातार बढ़ते अपराधिक मामलों को देखते हुए वन विभान ने अपने विभाग में सिंघम कहे जाने वाले रेंजर अजय ध्यानी को डीडीहाट रेंज की कमान सौंप दी है। रेंजर अजय ध्यानी की कड़ी कार्यवाही से माफिया और तस्कर के साथ साथ रेंज के कर्मियों में भी दहशत देखी जाती है। रेंजर ध्यानी के चार्ज संभालते ही अपराधी कोसो दूर भाग जाते है जो गलती से या अन्य वन कर्मियों की संलिप्ता से रेंज में किसी भी तरह के नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य घुसते है तो अपराधी सलाखों के पीछे जाते है और संलिप्त वन कर्मी सस्पेंड होकर घर। इसी कारण माफिया रेंजर अजय ध्यानी का ट्रांसफर कराने लिए एड़ी चोटी तक का जोर लगा देते है।
आपको बताते चले की लैंसडोन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज में रेंजर अजय ध्यानी ने डेढ़ साल तक रहे इस दौरान खनन माफियो पर कड़ी कार्यवाही करते हुए अवैध खनन में संलिप्त डेढ़ सौ से अधिक ट्रैक्टरों को पकड़कर रेंज कार्यालय में लाकर खड़ा कर दिया था। जिससे एक भारी भरकम राजस्व रेंजर अजय ध्यानी विभाग को दिया। वहीं इस दौरान अवैध खनन में एक वन कर्मी की संलिप्ता देखी गई थी जिसका तत्काल संज्ञान लेकर अजय ध्यानी ने उच्चाधिकारियों को अवगत करा कर सस्पेंड किया। अवैध खनन के मामले में कोटद्वार में पहले कई बार वन कर्मियों पर जानलेवा हमले हुए लेकिन रेंजर अजय ध्यानी के आने के बाद वन कर्मी अपने को सुरक्षित महसूस करने लग गए रेंजर अजय ध्यानी के रहते हुए कोटद्वार रेंज में किसी भी वन कर्मी कोई हमला नही हुआ। कोटद्वार रेंज में रहते हुए माफियों में रेंजर अजय ध्यानी की भारी दहशत देखी जाती थी। जिस कारण खनन माफियों की राजनीतिक में ऊंची पहुंच के चलते रेंजर अजय ध्यानी का ट्रांसफर करा दिया।
कोटद्वार रेंज से जाने के बाद रेंजर अजय ध्यानी ने रामनगर में ढेला रेंज का चार्ज संभाला वहां भी उन्होंने बुलंद हौसलों के बलबूते पर वन माफियों को घुटने टेकने को मजबूर कर दिया। जिसमे रेंजर अजय ध्यानी ने 60 पेड़ो के अवैध पातन सूचना पर तुरंत एक्शन में आते हुए गाड़ी सहित माल बरामद करते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया और अवैध पातन में संलिप्त तीन वन कर्मियों को सस्पेंड कराया। रेंजर अजय ध्यानी अपने आपमें एक ईमानदारी की मिशाल है।
जिस तरह से रेंजर अजय ध्यानी माफियों और भ्रष्टाचारी कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करने के रूप में जाने जाते है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की डीडीहाट रेंज के दिन भी बहुरने वाले है। जिस तरह से डीडीहाट रेंज में कीड़ाजड़ी,अवैध पातन,अवैध शिकार,अवैध खनन के मामले देखे जाते थे लेकिन अब अजय ध्यानी के चार्ज लेने के बाद अपराधी या तो ये काम छोड़ देंगे या आगे की जिंदगी सलाखों के पीछे गुजारेंगे। वहीं इन अपराधियों को संरक्षण देने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर गाज गिरना तय है।