मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना को लेकर जनता को जागरूक कर रहे है नवल किशोर
रिपोर्ट- योगेश चौहान
कोटद्वार। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना का शुभारंभ किया गया है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीएम कैम्प कार्यालय में इस योजना का शुभारंभ कर चुके है। आज कोटद्वार के भाबर क्षेत्र में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा पौड़ी गढ़वाल के जिला अध्यक्ष नवल किशोर द्वारा सरकार द्वारा महालक्ष्मी योजना की जानकारी जनता तक पहुंचा रहे है। उनके द्वारा आज भाबर क्षेत्र के झंडी चौड़ में लोगों को सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
भाजपा जिलाध्यक्ष नवलकिशोर द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार बेहतर कार्य कर रही है, महिलाओ के कल्याण को लेकर अनेकों योजनाएं लेकर आ रखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेर्तत्व में केंद्र सरकार और राज्य सरकार महिला विकास के लिए अनेकों कदम उठा रही है। भाजपा युवा नेता नवलकिशोर ने बताया कि मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत पूरे राज्य के सभी जिलों में लगभग 17 हजार लाभार्थियों को पहले चरण में लाभान्वित किया गया है. वर्ष भर में 50 हजार से अधिक लोगों को इसका लाभ दिया जाना है. जिससे इस योजना का लाभ लिंगानुपात सुधार में भी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमें बेटियों को आगे बढाने के लिए दोहरी मानसिकता को खत्म करना है. प्रकृति और संविधान ने समानता का संदेश दिया है. इसलिए, बेटियों को प्रोत्साहित करना जरूरी है. महिला और पुरुष का समाज में समान महत्व है. भेदभाव की सोच को समाप्त करना है.
इस तरह से तैयार की गई है महालक्ष्मी किट
– गर्भवती महिला के लिए- बादाम, गिरी, सुखी, कुमाऊनी, अखरोट, छुहारा, जुराब दो जोड़े, तौलिया, ब्लैंकेट गरम, शॉल गर्म, बेडशीट, सेनेटरी नैपकिन, सरसों का तेल, नेल कटर, साबुन और कपड़े धोने का साबुन.
– कन्या शिशु के लिए सामग्री- शिशु के कपड़े, सूती लंगोट के कपड़े, बेबी तौलिया कॉटन, बेबी साबुन तेल, बेबी पाउडर, रबर शीट, बेबी ब्लैंकेट, टीकाकरण कार्ड, स्तनपान पोषाहार कार्ड
इस तरह से मिलेगा महालक्ष्मी योजना का लाभ
प्रसव के बाद मातृ व कन्या शिशु के पोषण और अतिरिक्त देखभाल के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत पहली दो बालिकाओं या जुड़वा बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट उपलब्ध कराई जायेगी. मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना में आवेदन के लिए ये आवश्यक अभिलेख हैं.
-आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकरण
– सरकारी अथवा प्राइवेट माता-शिशु रक्षा कार्ड की प्रति (MCP कार्ड)
– संस्थागत प्रसव प्रमाण पत्र (यदि किसी आकस्मिक कारण वश रास्ते में या घर में प्रसव हुआ है तो तद्विषयक आंगनबाड़ी – कार्यकर्त्री/आशा वर्कर या चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र)
– परिवार रजिस्टर की प्रति
– प्रथम द्वितीय / जुड़वा कन्या के जन्म हेतु स्वप्रमाणित घोषणा
– नियमित सरकारी /अर्धसरकारी सेवक तथा आयकरदाता ना होने का प्रमाण पत्र