प्रशासन को इनके साथ क्यों मनानी पड़ी दीवाली,जानने के लिए पढ़े पूरी खबर।




पौड़ी गढ़वाल:–मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशन में तथा अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल की अगुवाई में गत दिवस जिला प्रशासन के अधिकारियों का एक दल आपदा प्रभावित गांव सैंजी पहुंचा। अधिकारियों ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर सैंजी में रह रहे आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना तथा दीपावली के शुभ अवसर पर भेंट कर उन्हें शुभकामनाएं दीं।

आपदा के बाद मुख्यमंत्री स्वयं सैंजी पहुंचे थे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया था। उसी संकल्प को आगे बढ़ाते हुए जिला प्रशासन ने लगातार राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के कार्यों को प्राथमिकता में रखा। आवास, सड़क, बिजली, पानी, हर स्तर पर राहत कार्यों को गति दी गयी।
दीपावली समारोह के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने आपदा में प्रभावित परिवारों से संवाद किया। त्योहार के दिन जिला प्रशासन को अपने बीच पाकर स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया और प्रशासन के इस संवेदनशील कदम की सराहना की।
ग्राम प्रधान सैंजी रेखा देवी ने कहा कि त्योहार के दिन अपनी दीवाली छोड़कर जब प्रशासन के अधिकारी हमारे बीच पहुंचे, तो यह हमारे लिए केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक आत्मीयता का भाव था। आपदा के बाद जब जीवन की डोर कमजोर पड़ती है, तब ऐसे अवसरों पर प्रशासन का साथ आशा की नई किरण बन जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिला प्रशासन का इस मानवीय सहयोग के लिए हृदय से आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनके कठिन समय में सरकार और प्रशासन ने जिस तत्परता से मदद पहुंचायी, उसने विश्वास को फिर जीवित कर दिया।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं जीवन का हिस्सा हैं, जिनसे हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होते रहते हैं, परंतु इन्हीं परिस्थितियों में आगे बढ़ना ही सच्चे जीवन का प्रतीक है।
प्रशासन का ध्येय केवल राहत देना नहीं, बल्कि प्रभावितों को पुनः आत्मनिर्भर बनाना है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी प्रभावित परिवारों का पुनर्वास उनकी भावनाओं, सामाजिक परिवेश और आजीविका से जुड़े पहलुओं को ध्यान में रखकर ही किया जाय। वर्तमान में प्रशासन गांव में ही उपयुक्त सरकारी भूमि के चिन्हीकरण की प्रक्रिया में है, ताकि विस्थापन की कार्यवाही संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ पूरी की जा सके।
इस अवसर पर तहसीलदार दीवान सिंह राणा, कानूनगो प्रताप सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र नौटियाल सहित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे।