गरीबों तक कब पहुंचेगी प्रधान मंत्री आवास योजना।
कोटद्वार:–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नगर निगम कोटद्वार में 626 लाभार्थी ले चुके है।लेकिन इन 626 लाभार्थियों की लिस्ट में कई गरीब तबके के झोपड़ी रह रहे पात्र लोग शायद इस योजना के दायरे में नहीं आते हो जिनको नगर निगम ने इस योजना का लाभ नहीं दिया।
पात्र और अपात्र का जिक्र इस लिए किया जा रहा है क्योंकि झंडीचौड़ पश्चिमी निवासी रज्जो देवी की स्थिति बहुत दयनीय है और झोपड़ी एकदम जंगल से सटी हुई है और हमेशा जंगली जानवरों का डर लगा रहता है।प्रधान मंत्री आवास योजना से इस गरीब तबके के परिवार में एक उम्मीद जगी की उन्हें अब झोपड़ी से निजात मिल जायेगी और एक पक्का मकान मिलेगा। लेकिन दो बार आवेदन करने के बाद भी रज्जो देवी को इस योजना का लाभ नही मिल पाया। रज्जो देवी की चार बेटियां है और पति मजदूरी का काम करता है।
नगर निगम से आवास तो मिला नही लेकिन लगभग एक वर्ष पूर्व 6हजार रुपए बिजली बिल जमा नही करने के कारण रज्जो देवी का बिजली का कनेक्शन भी काट दिया गया,अब यह परिवार अंधेरे में रहता है। उन्हें अब उम्मीद भी नही है की बिजली कनेक्शन दुबारा जुड़ेगा क्योंकि उनके लिए 6हजार रुपए बहुत बड़ी रकम है।
रज्जो देवी का कहना है की दो मंजिला मकान वालो को तो प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ मिल रखा है। कई लोगो के साथ मेने भी नगर निगम में आवेदन किया था और सब लोगो को इस योजना का लाभ मिल गया लेकिन मुझ गरीब को तसल्ली दी जा रही है की तुम्हारा भी आवास आयेगा मुझे तो अब इस नगर निगम से कोई उम्मीद नहीं लगती। जिस तरह से नगर निगम पात्र लोगो की अनदेखी कर रहा है वह निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रहे। हालांकि नगर आयुक्त अपात्रों से रिकवरी की बात तो कर रहे है लेकिन सवाल यहां उठता है की पात्रों को कब तक इस योजना का लाभ मिल पाता है।अगर नगर निगम कोटद्वार निस्पक्षता से जांच करता है तो इन चालीस वार्डो में कई अपात्र लाभार्थी मिल जायेंगे जिन्होंने प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ लिया होगा।