यूपी के जंगलों के रास्ते आसानी से घुस रहे है फेरी वाले,संक्रमण फैलने का बना हुआ है अंदेशा
संवाददाता-योगेश चौहान
कोटद्वार/भाबर: उत्तराखण्ड में कोरोना मरीजो के आकड़ो में लगातार इजाफा होता जा रहा है। मरीजो के बढ़ते आकड़ो में कोटद्वार भी अपनी भूमिका निभा रहा है। प्रशासन के द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिये हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है।
कोटद्वार क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए होने के कारण प्रशासन बड़ी मुस्तेदी से अपनी भूमिका निभा रहा है जिससे कोई बाहरी व्यक्ति कोटद्वार में बिना जांच किये प्रवेश ना कर सके।
कोटद्वार का झण्डीचौड़ क्षेत्र उत्तर प्रदेश की वन सीमा से लगे होने के कारण बाहरी व्यक्ति व्यापार करने के लिए जंगलों के चोर रास्तो से कोटद्वार में आसानी से प्रवेश कर जा रहे है। प्रतिदिन यूपी के फेरी वाले झंडीचौड़ और आसपास के इलाकों में आते है और अपना सामान बेचकर वापस यूपी के बिजनोर जिले में चले जाते हैं। ऐसा नही है की पुलिस और प्रशासन कार्यवाही नही कर रहा हो। लेकिन इन फड़ और फेरी वालो के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि यह कानूनी कार्यवाही से भी नही डरते,जिस कारण कोटद्वार में कोरोना संक्रमण के ग्राफ में इजाफा होने का अंदेशा बना हुआ है।
यूपी-उत्तराखंड की सीमा स्थित कौड़िया चेक पोस्ट पर नजीबाबाद और बाहरी राज्यो के लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उनको कोटद्वार आने की इजाजत दी जा रही है।
नगर निगम कोटद्वार के अंतर्गत वार्ड 39 झण्डी चौड़ पूर्वी में एक कुर्सी बेचने वाले को जो यूपी के जंगल के रास्ते और पुलिस की नजरों से बचते हुए पंहुचा, जिसमे स्थानीय लोगो ने जागरूकता का परिचय देते हुए रोक दिया और उससे उत्तराखण्ड में आने का पास मांगा लेकिन उसके पास कोई ई-पास नही था और भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया जब उसका आधार कार्ड माँगा तो उस पर एड्रेस मोहम्मद अजीम जिला बिजनोर उत्तरप्रदेश लिखा हुआ था। उसने बताया की वह भाबर क्षेत्र से सटे हुए उत्तर प्रदेश जंगलो के रास्ते से आया।
लोगो ने इसकी सूचना तुरन्त पुलिस को दी,जिसमे कलालघाटी पुलिस चौकी के पुलिस कर्मियों ने मौके पर पँहुच कर कुर्सी बेचने वाले व्यक्ति को पुलिस चौकी ले गयी।
वहीं सरदार भगत सिंह संगठन के अध्यक्ष मनोज सौंद ने बताया की लगातार लोग जंगलो के रास्ते आ रहे है, अधिकांस लोग सब्जी वाले है जो नजीबाबाद से आते जाते है। इस सम्बन्ध में कई बार पार्षदों को बता चुके है। वार्डो में लगाये गए पीआरडी जवानो को भी इसकी जानकारी दी गई, पुलिस और प्रशासन के द्वारा संज्ञान लेने के बावजूद भी दिनों दिन इन फेरी वालो की संख्या बढ़ती जा रही है। इस पर जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और वन सीमा पर चौकसी बड़ा देनी चाहिए। जिससे कोई बाहरी व्यक्ति बिना जांच कराए प्रवेश ना कर सके।