अधर में लटका पुल का मरम्मत कार्य,शासन प्रशासन बना लापरवाह।
कोटद्वार :- कोटद्वार विधान सभा क्षेत्र के अंतर्गत भाबर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सुखरो नदी पर स्थित पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद हुए डेढ़ माह का समय बीत चुका है लेकिन लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के द्वारा पुल का मरम्मत कार्य अभी पूर्ण नहीं हो पाया है,आपको बताते चले कि दो सितम्बर को भारी बारिश के कारण पुल का एक पिलर धस गया था। जिसमे लोक निर्माण विभाग ने तुरंत पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक पुल का मरम्मत कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने सुखरौ पुल में वाहनों की आवाजाही करने के सुरु करने के लिए जनता को साथ लेकर आज सुखरो पुल पर धरना प्रदर्शन और सभा का आयोजन किया। जहां सभा को संबोधित करते हुए यूकेडी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण ने कहा कि कोटद्वार को भावर, लालढांग और हरिद्वार से जोड़ने वाला सुखरो पुल को शीघ्र वाहनों की आवाजाही खोलने के लिए उत्तराखण्ड क्रान्ति दल आंदोलन कर रहा है।
डॉ कपरवाण ने कहा कि उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने निर्णय लिया है कि अधिशासी अभियन्ता दुगड्डा ने आश्वासन दिया था कि अतिशीघ्र वाहनों की आवाजाही के लिए पुल खोल दिया जाएगा परंतु उत्तराखण्ड शासन व पीडब्ल्यूडी, जन प्रतिनिधियों ने अभी तक पुल नहीं खोला।
डॉ कपरवाण ने जनता से कहा कि दीपावली पवित्र पर्व से पूर्व हल्के वाहनों को खोलने के लिए 22 अक्टूबर को पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई दीवार को छोटे वाहनों खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उसके दूसरे चरण में हल्के वाहनों के आवाजाही के लिए दीवाल को हटाने का काम उत्तराखण्ड क्रान्ति दल करेगा। डॉक्टर कपरवाण ने कहा कि जनता के हितों के लिए उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के कार्यकर्ता जेल जाने को तैयार हैं।
वहीं यूकेडी के जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक छोटे से पुल का मरम्मत कार्य लोक निर्माण विभाग दुगड्डा डेढ़ माह में भी पूरा नहीं कर पाया है जो लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते है। सरकार को तुरंत इन लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए सस्पेंड कर देना चाहिए। लोक निर्माण विभाग ने पुल पर वाहनों की आवाजाही के लिए 15 दिन का समय लिया था लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद पुल को स्थिति जस की तस बनी हुई है।
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजाराम अंथवाल ने पुल के पिलर धसने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकाल में ही कोटद्वार में आवेश खनन जोरो से हुए था जिस कारण पुल का पिलर धस गया और डेढ़ माह बाद भी पुल पर मरम्मत कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। शासन प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली से को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की सरकार किस तरह जानता के हितो के प्रति कितनी संवेदनशील है।