आरटीओ चेकपोस्ट कोडिया में तैनात कर्मचारी और अधिकारी सरकार को पंहुचा रहे राजस्व का भारी नुकसान।
कोटद्वार:– उत्तरप्रदेश के बॉर्डर से लगे कोटद्वार की कोडिया स्थित आरटीओ चेक पोस्ट पर अकसर अवैध वसूली के आरोप लगते रहे है लेकिन जिस तरह से आरटीओ चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग नही की जा रही है जिससे ओवरलोड और ओवर बॉडी वाहनों को आसानी से जाने दिया जा रहा है जो कहीं न कहीं आरटीओ की चेक पोस्ट पर सवालिया निशान खड़े करते है।
चेक पोस्ट पर परिवहन कर अधिकारी समेत कर्मचारी मौजूद रहते है। इसके बावजूद भी ट्रांसपोर्ट से संबंधित वाहन,खनन सामग्री व ईटो से भरे ओवर ट्रेक्टर,डंपर व काबडियो की आसमान छूती गाडियां आसानी इन आरटीओ अधिकारी और कर्मचारियों के सामने से निकल रहे है। जिससे सरकार को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। सरकार को राजस्व का नुकसान होने का मुख्य कारण यह भी है की परिवहन कर अधिकारी हरीश सती खुद कोटद्वार के रहने वाले है और आपसी भाईचारा बना रहे इस कारण वह कार्यवाई करने में कतराते रहते है जिससे भारी राजस्व का नुकसान सरकार उठाना पड़ रहा है। परिवहन कर अधिकारी हरीश सती अस्वस्थ होने के कारण कई वर्षो से मलाईदार चेक पोस्ट कोडिया में अपनी सेवाएं दे रहे है। वहीं कुछ स्थानीय लोगो का कहना है की एक अस्वस्थ और स्थानीय अधिकारी को संवेदनशील चेक पोस्ट में तैनाती नही मिलनी चाहिए जिसका कमियाजा सरकार को भुगतना पड़ रहा है। इस संदर्भ में जब एआरटीओ कोटद्वार से पूछा गया तो वह उच्चाधिकारियों का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ते हुए देखे गए।
आरटीओ चेकपोस्ट को लेकर स्थानीय निवासी मुजीब नैथानी ने कहा की कोडिया स्थित आरटीओ की चेक पोस्ट में तैनात कर्मचारी सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पंहुचा रहे है उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यो से आने वाले वाहनों को यहां पर चेक नही किया जाता है। इसका कारण यह है की कई सालो से परिवहन कर अधिकारी यहां जमे हुए है जो सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पंहुचा रहे है वहीं देखा यह भी गया है की एक अस्वस्थ अधिकारी को संवेदनशील चेकपोस्ट पर तैनाती दी गई है जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है अस्वस्थ अधिकारी के हितों को देखते हुए कार्यालय में अटैच किया जाना चाहिए जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर ना पड़े।
वहीं कांग्रेस नेता बलवीर सिंह रावत का कहना है कोडिया की आरटीओ चेक पोस्ट अक्सर सुर्खियों में रहती है वहां पर कर्मचारियों द्वारा भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जाता है यहां पर तैनात कर्मचारियों का उद्देश्य यह नही है की सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो उनके द्वारा केवल अपना व्यक्तिगत हित देखा जा रहा है जो सरकार को कर्जदार बनाने में अहम भूमिका निभा रहे है।
वहीं स्थानीय निवासी दीपक रावत का कहना है की इस चेकपोस्ट पर आसानी से ओवरलोड और बिना फिटनेस के वाहन गुजर रहे है जिन पर कार्यवाही करने में आरटीओ विभाग नाकाम साबित हो रहा है। इसका मुख्य कारण यह भी है की यहां पर तैनात अधिकारी स्थानीय है जिस कारण वह कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रहे है जिसका नुकसान सरकार और विभाग को उठाना पड़ रहा है।