कोरोना पर प्रशासन बना लापरवाह।
कोटद्वार- प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। अब तक सर्वाधिक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा दो हजार पार हो गया है। लेकिन कोटद्वार प्रशासन इस कोरोना के बढ़ते मामलों और मौतों को दर किनार करते हुए लापरवाह बना हुआ है। लापरवाह इसलिए कहा जा रहा है कि कोटद्वार के गोखले मार्ग में अवैध तरीके से फड़ ठेली वाले सामान बेचते नजर आ रहे है जंहा पर हजारों की संख्या में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। जबकि इन अवैध फड़ ठेली वालो को दुकानदारों का संरक्षण प्राप्त है और चंद रुपयों के लालच में गोखले मार्ग के व्यापारी अपनी दुकानों के आगे अवैध तरीके से फड़ ठेली वाले बिठाते है,जो कोरोना के बढ़ते मामलों में कभी भी इजाफा कर सकते है।
गोखले मार्ग के संदर्भ में कई बार स्थानीय लोगो के द्वारा प्रशासन को भी अवगत कराया गया है लेकिन प्रशासन भी स्थानीय व्यापारियों के दबाव में गोखले मार्ग के अवैध फड़ ठेली वालो पर कार्यवाही करने में कतराता है।
स्थानीय व्यक्ति सुधीर बहुगुणा,सूरज कुकरेती, ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस कोरोना महामारी के दौरान कोटद्वार पुलिस और प्रशासन निष्क्रिय हो चुका है और कोरोना महामारी को गंभीरता से नही ले रहा है। पुलिस का ध्यान केवल राजस्व वसूलने में लगा हुआ है जिसमे पुलिस केवल हेलमेट ओर मास्क तक ही सीमित दिखाई दे रही है। भीड़भाड़ वाले इलाकों से पुलिस ने दूरियां बना रखी है।