गौड़ भ्रातृ मंडल” की दमदार बैठक! प्रवासी लोगों को फिर जोड़ने के लिए उठाया अनोखा कदम, बनी नई टीम।

गौड़ भ्रातृ मंडल” की दमदार बैठक! प्रवासी लोगों को फिर जोड़ने के लिए उठाया अनोखा कदम, बनी नई टीम।
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कोटद्वार: पहाड़ की मिट्टी से जुड़े दिलों को फिर से गांव की ओर मोड़ने का सपना लिए गौड़ भ्रातृ मंडल, सिमलना मल्ला एक बार फिर चर्चा में है। मवाकोट में एक होटल में हुई इस अहम बैठक में न सिर्फ संगठन की नई टीम बनी, बल्कि गांव के लिए नए जोश और जुनून से भरे संकल्प भी लिए गए और दिलों में फिर से गांव बस गया।

सोम प्रकाश गौड़ ने अपने साथियों के साथ मिलकर 2017 में इस संगठन की नींव रखी थी, फिर से बने अध्यक्ष! और उनके साथ गांव के कई ऊर्जावान चेहरे शामिल हुए नई टीम में —
🟢अध्यक्ष:सोम प्रकाश गौड़
🟢उपाध्यक्ष: अशोक गौड़
🟢 कोषाध्यक्ष: बीरेंद्र गौड़
🟢 सचिव: सुमन गौड़ व डॉ. अरविंद गौड़
🟢 सांस्कृतिक मंत्री: यतेंद्र गौड़
🟢 लेखा परीक्षक: भारत मोहन गौड़
🟢 संगठन मंत्री: संजीव गौड़
🟢 संरक्षक: चंद्रमोहन गौड़, दिनेश गौड़, शशिकांत गौड़ और राजन गौड़

💡 क्या है इस मंडल का मंत्र?

> “जहां बचपन बीता, वहीं फिर से जीवन खिले!”

 

गौड़ भ्रातृ मंडल का मकसद साफ है:

✅ प्रवासी गांववासियों को फिर गांव की मिट्टी से जोड़ना
✅ बिखरी लोक संस्कृति को समेटना
✅ टूटते घरों को फिर से बसाना
✅ और गांव की हर समस्या से दो-दो हाथ करना!

🎉 क्या हो रहा है इस प्रयास से?

गांवों में फिर से चूल्हे जलने लगे हैं 🔥

पुराने मकान सजने लगे हैं 🏠

बच्चे अब “गांव चलो” कहने लगे हैं 👧👦

और जो कभी पहाड़ छोड़ गए थे, वो अब पहाड़ की तरफ लौटने लगे हैं! 🏞️

❤️ दिल से निकली बात…

> “हमारा मकसद सिर्फ कार्यक्रम करना नहीं,

हमारी कोशिश है कि हर प्रवासी का दिल गांव में फिर से धड़कने लगे।”

 

गौड़ भ्रातृ मंडल अब एक मिशन बन चुका है — “पलायन नहीं, पुनरागमन!”

तो अगर आप भी किसी पहाड़ी गांव से ताल्लुक रखते हैं और शहर की भाग-दौड़ में अपने गाँव की यादें धुंधला चुकी हैं…
तो अब वक़्त है लौटने का।
अपने गांव के लिए, अपनी संस्कृति के लिए,
और खुद अपने लिए। 🌄🌿

अब प्रवासी ग्रामवासी भी अपने बच्चों को लेकर गांव लौटने लगे हैं। पलायन की बजाय “प्रवर्तन” की लहर दिखने लगी है – जहां लोग अपने गांव को फिर से संवारने, बसाने और पहचान दिलाने के मिशन में जुट गए हैं।

“गांव बुला रहा है”— ये अब सिर्फ एक भावनात्मक नारा नहीं, गौड़ भ्रातृ मंडल का एक सक्रिय आंदोलन बन चुका है।

तो अगली बार जब गांव में कोई बड़ा आयोजन हो, चूकिएगा मत—आपकी जड़ें आपका इंतज़ार कर रही हैं!

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Dalip Kashyap

Editor in chief : Dalip kashyap ,Contact number : 9927389098, , Email : [email protected]

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