शौर्य दिवस पर पूर्व सैनिकों ने दिलाई केबिनेट हरक सिंह रावत को कोरी घोषणा की याद।
संपादक-दलीप कश्यप
कोटद्वार:-शौर्य दिवस के मौके पर आज कोटद्वार सैनिक विश्राम गृह में शौर्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने शिरकत की इस दौरान पूर्व सैनिकों ने ऊर्जा मंत्री से सैनिकों में ऊर्जा भरने के लिए कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय बनाने की मांग की।
पूर्व सैनिकों ने कहां की 2017 में कोटद्वार से विधायक के रूप में हमने डॉ हरक सिंह रावत को विधायक बनाया और डॉ सिंह रावत ने पूर्व सैनिकों को आश्वासन भी दिलाया था कि कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय बनकर तैयार होगा लेकिन साडे 4 साल पूरे होने पर भी मंत्री जी केवल केंद्रीय विद्यालय के नाम पर कोरी घोषणा तक ही सीमित रह गए। जिससे अब पूर्व सैनिक अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहा है पूर्व सैनिकों ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि अगर इस सरकार के कार्यकाल में कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय की नींव नहीं रखी जाती है तो वह भाजपा को अपना समर्थन नहीं देंगे और पूर्व सैनिक उसी को समर्थन देगा जो सैनिकों की सहादत और शौर्य को समझेगा।
पूर्व सैनिक आनंद बल्लभ घंडियाल ने कहा कि उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य प्रदेश है लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार सैनिकों की त्याग,बलिदान और शहादत को दरकिनार करते हुए केवल कोरी घोषणाओं तक ही सीमित रख रहा है, जिससे पूर्व सैनिक अपने को छला हुआ महसूस कर रहा है अगर जल्द ही कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय नहीं बनेगा तो पूर्व सैनिक भाजपा को अपना समर्थन नहीं देंगे।
वहीं केंद्रीय विद्यालय के मामले मामले में जब क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत से जानने की कोशिश की गई तो वह बगले झांकते नजर आए और आनन-फानन में कोरोना महामारी और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी का स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए और अपना पल्ला झाड़ते नजर आये और अब केंद्रीय विद्यालय के मामले को कैबिनेट में मुहर लगाने की बात करते नजर आ रहे है।
जिससे साफ होता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कोटद्वार विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी को पूर्व सैनिकों का आक्रोश का सामना भी करना पड़ सकता है और भाजपा प्रत्याशी के लिए आप कोटद्वार विधानसभा में जीत हासिल करना आसान नहीं होगा।