चिकित्सको की कमी मरीजो पर पड़ रही भारी
रामनगर: अस्पताल में गर्भवती महिला डिलीवरी के दर्द से तड़पती रही लेकिन महिला को नही मिला उपचार । गौरतलब है कि गढवाल और कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले रामनगर में इन दिनों चिकित्सकों की भारी कमी महसूस की जा रही है। पहले से चिकित्सकों की कमी झेल रहे संयुक्त चिकित्सालय को राज्य की प्रदेश सरकार द्वारा आम जनता को बेहतर उपचार दिए जाने के लिए सरकारी अस्पताल को पीपीमोड में दिया गया है । लेकिन इस अस्पताल में बेहतर इलाज की आश में पहाड़ो के दूर दराज इलाको से मरीज यहां इलाज कराने पहुंचते हैं। लेकिन सर्जन और महिला डाँक्टर के यहां नही होने से गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है । ऐसे में पहाड से आने वाली गर्भवती महिला मरीजों को अस्पताल में महिला सर्जन के नही होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
आज एक ताजा मालमा सामने आया, जिसमे पीड़ित महिला अस्पताल में डिलवरी के लिए तपडती रही है । यह महिला इलाज कराने के आज अल्मोड़ा जिले के मछोड गाँव से यहां आयी थी।
वही महिला को इलाज ना मिलने पर आशा वर्कर यूनियन की उपाध्यक्ष कमला बधानी ने बताया कि अस्पताल में गर्भवती महिला तड़प रही । लेकिन यहां उसे देखने वाली कोई भी महिला चिकित्सक नही थी। जिस कारण गर्भवती महिला को काफी दर्द हो रहा था । जब मीडिया के अस्पताल में दर्द से तड़प रही महिला जब कैमरे के सामने आई तो वही अस्पताल के एमएस ने मामले में संज्ञान लेते हुए महिला को तुरंत ही उपचार देने की बात कही है । लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही अब रामनगर की गरीब जनता को भी इसका खामियाजा उठाना पड रहा है।