निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जानेवाले पत्रकार सुधींद्र नेगी नही रहे
रिपोर्ट- योगेश चौहान
कोटद्वार। भाबर क्षेत्र के अन्तर्गत झंडीचौड़ निवासी वरिष्ठ पत्रकार और कोटद्वार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष सुधीन्द्र नेगी का निधन हो गया है। वे 65 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके पुत्र पार्षद अमित नेगी बताया कि शुक्रवार देर रात को सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें कोटद्वार के बेस अस्पताल लाया गया था जहां शनिवार सुबह लगभग 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। पत्रकार नेगी के निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। कलम के धनी सुधींद्र नेगी अपनी बेबाक पत्रकारिता के लिए हमेशा याद किए जायेंगे। उनका जन्म 18 अगस्त 1956 को कोटद्वार नगर के झण्डीचौड़ क्षेत्र में हुआ था | आपके पिताजी स्व. श्री भूपेन्द्र सिंह नेगी साप्ताहिक पत्र ठहरो के संस्थापक सम्पादक थे | उनके पिता के निधन के बाद सन् 1996 में उन्होंने ठहरो का सम्पादन कार्य अपने हाथों में ले लिया तथा सन् 2005 तक ठहरो का संपादन किया | वर्ष 2005 में आपने ठहरो का नाम बदल कर दुंदुभि कर दिया | आपके द्वारा व्यंग्यात्मक शैली में लिखे गये लेखों की सीरिज चतुरलाल की चौपाल को अपने समय में काफी प्रसिद्धि मिली | अपनी विशिष्ट लेखन शैली के कारण पत्रकारिता जगत में आप की एक अलग ही पहिचान थी। निर्भीक पत्रकारिता,उन्हें अपने पिता कामरेड भूपिंदर सिंह नेगी से विरासत में मिली थी।उनका पत्रकारिता का सफर सन् 1992 से शुरू हुआ,ठहरो साप्ताहिक से शुरू यह सफर २००५में दुंदुभी साप्ताहिक के साथ निरन्तर चलता रहा। सुधींद्र नेगी मात्र एक पत्रकार ही नहीं थे बल्कि एक कलाकार, संगीतकार,नाट्य निर्देशक आदि गुणों से भी परिपूर्ण थे | पत्रकारिता के उच्च मानदण्डों पर खरा उतरने वाले सुधींद्र नेगी का मानवीय पक्ष भी बहुत सशक्त था | वह सदा पत्रकारों की आवाज बनकर पत्रकारों के सुख दुख में खड़े होते थे।आज कोटद्वार में पत्रकारिता के एक पुरोधा की जीवन की पारी का अन्त हो गया।