कोटद्वार में अवैध खनन पर अब कैसे लगेगी लगाम।
कोटद्वार:कोटद्वार में पूरी तरह अवैध खनन पर लगाम लगाने वाले अधिकारियों की बात आती है तो सबसे पहले लैंसडोन वन प्रभाग में डीएफओ रहे दिनकर तिवारी और कोटद्वार रेंज में रहे रेंजर अजय ध्यानी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। डीएफओ दिनकर तिवारी के रिटायर होने के बाद खनन माफियो ने राहत की सांस ली जिसके बाद लैंसडोन डिविजन की कमान डीएफओ नवीन चंद पंत ने संभाली नए डीएफओ का खासा असर खनन माफियो में देखने को नहीं मिला,तो वहीं रेंजर अजय ध्यानी अकेले ही खनन माफियो के मंसूबों पर पानी फेर रहे थे जिससे वह खनन माफियो के आंखो में कांटे की तरह चुभने लगे। खनन माफियो की ऊंची पंहुच के चलते रेंजर अजय ध्यानी का ट्रांसफर हो गया। कोटद्वार रेंज में रेंजर अजय ध्यानी ने अपने 15महीनो के कार्यकाल में अवैध खनन में संलिप्त लगभग दो सौ ट्रैक्टरों को पकड़कर एक भारी भरकम राजस्व सरकार को दिया। रेंजर अजय ध्यानी के ट्रांसफर के बाद कोटद्वार रेंज की कमान देवेंद्र काला संभाल रहे है। गौरतलब है की यह देवेंद्र काला वहीं है जिन्हे लालढांग रेंज में अवैध खनन पर कार्यवाही नही करने के कारण लैंसडोन डिविजन में अटैच किया गया था तो अब सवाल यह उठता है की जिस अधिकारी को अवैध खनन के चलते लगभग एक वर्ष तक डिविजन में अटैच रहना पड़ा हो वह कोटद्वार रेंज में अवैध खनन पर केसे लगाम लगाएगा यह कहीं न कहीं वन विभाग के उच्चाधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते है।