अस्पताल बीमार,मरीज फर्श पर लाचार
कोटद्वार:- देश में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं से इस कोरोना महामारी में हर कोई रूबरू हो गया है। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा बार बार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की गला फाड़ के प्रचार प्रसार किया जाता है। लेकिन धरातल में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाली के आकड़े शून्य से भी नीचे पँहुच चुके है।
जी हां हम बात कर रहे है डबल इंजन सरकार के उत्त्तराखण्ड प्रदेश से कोटद्वार के बेस चिकित्सालय की जंहा पर तीन सौ बेड हॉस्पिटल होने की बात हमेशा से होती आ रही है। लेकिन धरातल में अस्पताल तीन सौ बेड से कोसों दूर है।
बेस चिकित्सालय के हालात इस कदर खराब हो चुके है कि मरीजो को बेड तक उपलब्ध नही हो पा रहे है। मरीजो को अपनी सांसे जिंदा रखने के लिए कोनो में फर्श का सहारा लेना पड़ रहा है। जिससे मरीजो में संक्रमण का खतरा अधिक बना रहता है।
अस्पताल के बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओ के बारे में प्रभारी सीएमएस से पूछ गया तो उन्होंने भी अस्पताल में बेड उपलब्ध नही होने की बात को स्वीकार किया। जो बेड अस्पताल में है वह भरे हुए है और जो मरीज रिकवर हो रहे है वह बेड छोड़ने को तैयार नही है और मरीजो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।