कोटद्वार में सड़क निर्माण के नाम पर सरकारी धन को लगाया जा रहा ठिकाने
कोटद्वार- प्रदेश के क़द्दावर कैबिनेट मंत्रियों में सुमार वन मंत्री हरक सिंह रावत अपनी विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार के प्रति संवेदनशील नही दिखाई दे रहे है। मंत्री के कोटद्वार के प्रति सुस्त रवैये के कारण लोक निर्माण विभाग दुगड्डा ने सड़क निर्माण का पूरा जिम्मा घोटाले बाज ठेकेदारों के हाथ में छोड़ दिया है। मंत्री के सुस्त रवैये और पीडब्लूडी की लचर कार्यप्रणाली के कारण रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी सड़क के नाम पर मात्र खाना पूर्ति करके सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम कर रहा है। सड़क निर्माण के मानक विभाग और ठेकेदार तक ही सीमित रह जा रहे है। मानकों का सड़क निर्माण से दूर दूर तक कोई नाता नही देखा जा रहा है। सड़क के घटिया निर्माण होने से स्थानीय लोगों में मंत्री और विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। मन्त्री और विभाग की अनदेखी के कारण मजबूरन ग्रामीणों को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करानी पड़ी जिससे मानकों के अनुरूप सड़क निर्माण हो सके।
कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भाबर के वार्ड नम्बर 37 में इस समय लोक निर्माण विभाग के द्वारा सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। जिसका ठेका जायसवाल कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। जायसवाल कंस्ट्रक्शन के द्वारा उक्त वार्ड में घटिया सड़क निर्माण कराया जा रहा है।
सड़क के घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय पार्षद सुखपाल शाह सहित ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। पार्षद ने ग्रामीणों के साथ मौके पर पँहुच कर सड़क निर्माण पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि जिस सड़क निर्माण के फर्स्ट स्टेज में 65 एमएम का कटिंग पत्थर पड़ना चाहिए था वंहा पर वेस्टेज मलबा डालकर सड़क निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिए हमने विभाग से भी शिकायत की लेकिन लोक निर्माण विभाग पूरी तरह से मूक दर्शक बना हुआ है। जिससे लग रहा है कि विभाग की मौन स्वीकृति से ही इस तरह निर्माण कराया जा रहा है या अधिकारी फर्जी डिग्री लेकर इंजीनियर बन गए है जिस कारण मानक पूरे कराने में इंजीनियरों को जानकारी नही है या उच्चाधिकारीयों के घर के चूल्हे में लकड़ी का काम कर रहे है सड़क निर्माण के मानक।
लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह बयानों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे उन्हें कुछ भी पता ना हो उनका कहना है कि कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंता चेक कर रहे है और उनकी ही देख रेख में ही सड़क का निर्माण कराया जा है। जंहा पर सड़क निर्माण में कमी पाई जा रही है उसको तुड़वाया जा रहा है। गुणवत्ता और मानकों के अनुरूप सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जायसवाल कंस्ट्रक्शन इस काम को कर रहा है। लोगो के द्वारा जो शिकायत आयी है उस पर हमने कार्यवाही भी की है। अगर काम मानकों अनुसार नही होता है तो नियमानुसार कार्यवाही भी की जाएगी।
खासकर बात की जाए जायसवाल कंस्ट्रक्शन कम्पनी की जो सड़क निर्माण का कार्य कर रही है। यह जायसवाल कंस्ट्रक्शन कम्पनी पहले भी कोटद्वार के वार्ड नम्बर 39 में बनाई गई सड़को में गुणवत्ता के मामले में नाकाम साबित हुई है।जिसकी शिकायत वार्ड 39 के स्थानीय निवासी सुरेश चंद ने लोनिवि विभाग से की लोक निर्माण विभाग ने उक्त मामले में कोई कार्यवाही नही की। विभाग के द्वारा सकारात्मक कदम नही उठाने के कारण अन्य सड़क निर्माण का टेंडर भी जायसवाल कंस्ट्रक्शन कम्पनी को मिल गया। जायसवाल कंस्ट्रक्शन कम्पनी और लोकनिर्माण विभाग आपसी तालमेल बड़े भ्रष्टाचार की और इशारा कर रहा है।
वन मंत्री हरक सिंह रावत के विधानसभा कोटद्वार में शिकायत के बावजूद भी विभागीय अधिकारीयो ने चुप्पी साधी हुई है। अधिकारियों की खामोशी को तोड़ने के लिए पत्रकार योगेश चौहान ने सीएम हेल्पलाइन में मानकों के अनुरूप सड़क निर्माण कराने के लिए शिकायत दर्ज कराई है।
अब देखने वाली बात यह है की जीरो टोरलेंसे की बात करने वाली त्रिवेन्द्र सरकार सीएम हेल्पलाइन में कई गयी शिकायत का कितना संज्ञान लेते है और लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता और जायसवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी पर क्या कार्यवाही करते है यह आने वाला वक्त ही बताएगा।