शिक्षा नीति 2020 से छात्रों के भविष्य सुधारने को लेकर मंथन
पौड़ी गढ़वाल(सिद्धान्त उनियाल): उत्तराखण्ड में सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिये अब शिक्षा विभाग के आला अधिकारी ऐसे शिक्षको से फीडबैक ले रहे हैं जिन विधालयो के परीक्षा परिणाम हर साल शत प्रतिशत आ कर शिक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान कर रहे हैं, ऐसे शिक्षको से सरकारी शिक्षा का स्तर सुधारने के साथ ही कोविड दौर में शिक्षा तंत्र को किस तरह से मजबूती प्रदान की जाये समेत कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर गहनता से चर्चा की जा रही है और शिक्षको के सुझाव लिये जा रहे हैं, इसके लिये खुद गढवाल मण्डल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह ने इस प्रयास को गढवाल मण्डल मुख्यालय पौड़ी से शुरू किया है जिसके बाद गढवाल मण्डल के अंतर्गत आने वाले अन्य सभी जिले के उन शिक्षको से भी संवाद स्थापित कर राय सुमारी की जायेगी जिनके दिये गुरू ज्ञान से स्कूल के परिणाम बार शत प्रतिशत आ रहे हैं, छात्रो का भविष्य सवाारने के लिये अब कैट यानि चाईल्ड एचिवमैंट ट्रैकिंग को लागू किया जायेगा, गढवाल मण्डल के अपर निदेशक ने उत्तराखण्ड बोर्ड के आये परिणामो पर भी शिक्षको से चर्चा की और मेधावी छात्रों के साथ ही पिछले पांच सालो से बोर्ड परिक्षाओं में शत प्रतिशत परिणाम दे रहे विधालयों और शिक्षको को भी सम्मानित किये जाने पर चर्चा की गई है जिससे इसी तरह से शिक्षक छात्रो का भविष्य संवर पाये, इसके साथ साथ नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने पर किस तरह से छात्रोें का भविष्य नई शिक्षा नीति के तहत सवारा जाये इस पर भी मंथन किया गया है।
अपर निदेशक महावीर सिंह ने शिक्षको की समस्याओ को भी सुना है और लिये गये सुझाव में शासन स्तर के सुझावो को शासन को भेजने की बात कही है और कहा कि सरकारी शिक्षा का स्तर पर सुधारने की कवायद तेज कर दी गई हैं जिस पर अभिभावक बिना हिचकिचाहट के अब अपने बच्चो का दाखिला सरकारी स्कूल में करवा सकते हैं