कोटद्वार में इन लोगो का चल रहा सट्टे का काला कारोबार।
कोटद्वारः- सटटे के खेल में रातोरात अमीर बनने के सपने देखने वाले लोग अपना सबकुछ दांव पर लगाकर अब पुरी तरह बर्बादी की कगार पर खडे हो चुके है और सटटा खिलाने वाला खाईवाल गरीबो कि कमाई लूट कर शहर में इज्जतदारो कि श्रेणी में गिने जाने लगे है। परदे के पीछे इन सटटे कारोबारीयो के आगे बडे अधिकारी भी नतमस्तक देखे जा सकते है। बडे अधिकारीयो कि बात इसलिए कि जा रही है क्योंकि कानुन के रक्षको कि लगातार पेट्रोलिंग जारी रहती है और उसके बावजूद भी उन्ही के नाक के नीचे यह सटटे का कारोबार धडल्ले से चलाया जा रहा है जो शहर कि कानून व्यवस्था और अधिकारीयो कि कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खडे करते है।
कोटद्वार के लकडीपडाव और स्टेडियम कलोनी में साम के पांच बजते ही गरीब तबके के मजदुर भारी तादात में अमीर बनने के सपने संजोए देखे जा सकते है तो वंही कुछ लोग वाटसअप और अन्य सोशल साईट कि मदद से सटटा लगाते है। वाटसअप और अन्य सोशल साईट कि मदद से सटटा खिलाने वाले खाईवालो को लगता है कि वह सुरक्षित है और पुलिस भी उन तक नही पंहुच पाती है।
वंही अगर सुत्रो कि माने तो लकडीपडाव और स्टेडियम कलोनी में इद्रीस नाम के व्यक्ति ने सटटे का बहुत बडा जाल बिछा रखा है। जिसने अपने आदमी कमीशन पर हर गली नुकक्ड पर छोड रखे है जिन्होने केवल पुलिस को गुमराह करने के लिए किसी ने साईकल,कबाड,समौसा कि दुकान सहीत कई अन्य दुकानो कि आड में सटटे के नम्बर लिखकर इद्रीस को भेजते है। जिसमें इस खाईवाल के सिपाही के तौर पर सददाम,फरमान,लुक्का,लखेडा,सुनील,रज्जु सहीत कई और कमीशन एजेंट इस खेल को अंजाम दे रहे है।
पुलिस कार्रवाई-
ऐसा नही है कि पुलिस इस सटटे के खेल से वाकिफ ना हो खानापुर्ति के लिए पुलिस द्वारा इन कमीशन एजेंटो को इज्जत के साथ गिरफ्तार कर कार्रवाई कि जाती है लेकिन पुलिस कार्रवाई कि इन एजेंटो पर कोई फर्क नही पडता और सटटे के कारोबार अंजाम देने में लगे रहते है। इस पुरे सटटे गिरोह के सन्दर्भ मे वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक श्वेता चोबे को अवगत कराया तो उन्होने उचित कार्रवाई की बात कही और साथ कहा कि पुरे पौडी जनपद को अपराध मुक्त बनाया जायेगा।