प्रेमी जोड़ों की अश्लीलता से ग्रामीणों का जीना हुआ दूभर
कोटद्वार: कोटद्वार तहसील क्षेत्र के अंतर्गत चरेख एवं धुराताल के ग्रामीण असामाजिक तत्वों से परेशान है। वन क्षेत्र होने के कारण रामणी पुलिंडा मार्ग नशेड़ियों और प्रेमी जोड़ों का गढ़ बनता जा रहा है। खुलेआम सड़क पर प्रेमी जोड़े अश्लील हरकतें करते नजर आते है। वंही नशेड़ी भी नशे में राह चलते ग्रामीणों से आये दिन अभद्रता करते है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
जब तक नशेड़ियों की अय्याशी और प्रेमी जोड़ों का अश्लीलता का तांडव सड़क तक चलता रहा तब तक ग्रामीणों को उम्मीद थी कि शायद प्रशासन इस पर संज्ञान लेगा और असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही करेगा। लेकिन प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो की अनदेखी से असामाजिक तत्व आबादी के बीच गांवों की तरफ रुख कर चुके है।जिसमे कुछ स्थानीय ढाबे और होटल वाले निजी स्वार्थ के चलते प्रेमी जोड़ों की जेबो पर सेंधमारी करके अश्लीलता परोशने के लिए व्यू पॉइन्ट की बात कहकर गांव से सटे हुए पहाड़ो की चोटियों पर भेज रहे है। जंहा पर नाबालिक प्रेमी जोड़े नशा करते है और फिर खुलेआम झाड़ियों की आड़ में अश्लील हरकत करते है।
गांव का शांत वातावरण इन असामाजिक तत्वों के कारण खराब होता जा रहा है।ग्रामीण अब स्वयं असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने के लिए एकजुट हो गए है।
दुगड्डा ब्लॉक के धुराताल के ग्राम प्रधान सरदार सिंह नेगी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने एकजुट होकर नशेड़ियों और प्रेमी जोड़ों की चहल कदमी पर रोक लगाने के लिए असामाजिक तत्वों के सेलेक्टेड पॉइन्ट पर धावा बोलना सुरु कर दिया है। जैसे ही कोई व्यक्ति धुराताल की पहाड़ी पर देखा जाता हैं तो तुंरत ग्रामीण वंहा पँहुच कर प्रेमी जोड़ों और नशेड़ियों को बंदी बना लेते है। उसके बाद प्रशासन और असामाजिक तत्वों के परिजनों को उनके किये गए कृत्य के बारे में बताया जाता है।
ग्राम प्रधान सरदार सिंह नेगी ने बताया कि नाबालिक लड़कियां जिनकी उम्र 15 से 18 साल के बीच की है जो ट्यूशन के बहाने अपने बॉयफ्रेंड के साथ यंहा आते है और अश्लील हरकत करते है।कई बार आपत्तिजनक स्थिति में यह प्रेमी जोड़े झाड़ियों में रहते हैं। इस संदर्भ में विधायक और प्रशासन को भी अवगत कराया गया लेकिन मात्र खानापूर्ति के लिए दो पुलिस कर्मियों को भेजा जाता है।जिसका कोई असर इन असामाजिक तत्वों पर नही पड़ता। अश्लीलता के कारण माता बहनों ने जंगलों से चारा पत्ती लाना बंद कर दिया है। अगर जल्दी ही प्रशासन के द्वारा नशेड़ियों और प्रेमी जोड़ो पर अंकुश नही लगाया जाता है तो ग्रामीणों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में है प्रत्येक रविवार को हम जाते है और जो इस तरह की गतिविधियों में पाये जाते है उनके चालान भी काटे जाते है।