अंजली जुयाल द्वारा लिखी गई स्नातक स्तरीय पाठयपुस्तक का हुआ विमोचन।

अंजली जुयाल द्वारा लिखी गई स्नातक स्तरीय पाठयपुस्तक का हुआ विमोचन।
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कोटद्वार की डा. अंजली जुयाल द्वारा लिखित दो स्नातक स्तरीय पाठ्यपुस्तकों का विमोचन प्रो. अजीत कुमार कर्नाटक, कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान के करकमलों द्वारा संपन्न किया गया। महाविद्यालय अधिष्ठाता डा. धृति सोलंकी ने अपने स्वागत उद्बोधन में लेखिकाओं की भूरी भूरी प्रशंशा करते हुए बताया कि इन पुस्तकों का विमोचन न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है,

बल्कि इनका उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण और आंतरिक सज्जा के क्षेत्रों में व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करना भी है। डा अंजली जुयाल ने आईसीएआर प्रोफेसर एमेरिटस डा. सुमन सिंह एवम डा. रेखा व्यास तथा डा. हेमू राठौड़ विभागाध्यक्ष, संसाधन प्रबंधन एवम उपभोक्ता विज्ञान विभाग के कुशल मार्गदर्शन एवम सह लेखन में “पर्यावरण अध्ययन एवम आपदा प्रबंधन” नामक पुस्तक का लेखन कार्य किया।
इसी कार्यक्रम में डा. अंजली जुयाल की दूसरी पुस्तक “इंद्रधनुष: आंतरिक सज्जा में रंग व प्रकाश का महत्व” का भी विमोचन किया गया। इस पुस्तक के सह लेखन में सुश्री बिपाशा भौमिक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह दोनो पुस्तकें स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम पर आधारित है जिन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की संस्थागत विकास योजना/राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना द्वारा प्रकाशित किया गया है।


विमोचन कार्यक्रम के दौरान अपने अभिभाषण में कुलपति प्रो. अजीत कुमार कर्नाटक ने दोनों पुस्तकों की प्रशंसा की और बताया कि “पर्यावरण अध्ययन एवम् आपदा प्रबंधन” पुस्तक न केवल पर्यावरणीय चुनौतियों को समझने में मददगार है, बल्कि यह छात्रों को आपदाओं के प्रति जागरूकता और आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक जानकारी भी प्रदान करती है। उन्होंने “इंद्रधनुष: आंतरिक सज्जा में रंग व प्रकाश का महत्व” पुस्तक की भी सराहना करते हुए कहा कि इसमें रंग व प्रकाश के भौतिक विज्ञान और कला को बड़ी कुशलता से प्रस्तुत किया गया है, जो स्नातक स्तर के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ स्त्रोत बनेगी।


दोनों पुस्तकें अपने-अपने क्षेत्र में एक उत्कृष्ट शैक्षणिक योगदान हैं। “पर्यावरण अध्ययन एवम् आपदा प्रबंधन” जहां एक ओर छात्रों को पर्यावरण के प्रति सजग रहने और आपदाओं के प्रबंधन में दक्षता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है, वहीं “इंद्रधनुष: आंतरिक सज्जा में रंग व प्रकाश का महत्व” छात्रों को रंग और प्रकाश के भौतिक विज्ञान की बारीकियों को समझने का अवसर प्रदान करती है। दोनों पुस्तकों की सटीक और विस्तृत जानकारी इन्हें स्नातक स्तर के विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी बनाती है। कार्यक्रम में श्रीमती सरोज कर्नाटक, डा. वीरेंद्र नेपालिया, डा. जयमाला दवे, सुश्री अनुष्का तिवारी, सुश्री अवीशा सक्सेना एवम सुश्री ऋषिका भारद्वाज मौजूद रहे।

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Dalip Kashyap

Editor in chief : Dalip kashyap ,Contact number : 9927389098, , Email : [email protected]

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