पूर्व विधायक ने डेंगू के बढ़ते मामलों के लिए प्रदेश सरकार को ठहराया जिम्मेदार।
कोटद्वार:– प्रदेश में लचर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। जिसमे आज पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने एक स्थानीय बैंकट हाल में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सभी ज्वलंत मुद्दों पर बेबाकी से प्रत्युत्तर दिया। पूर्व विधायक ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में डेंगू महामारी की रोकथाम में सरकार पूरी तरह बिफल रही है।सरकार की लापरवाही के कारण ही डेंगू से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
पूर्व विधायक ने कहा की अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों को भेदभावपूर्ण नीति के तहत कोटद्वार में परेशान किया गया, वहीं पर्वतीय अंचलों में घर -आशियाने और दुकाने तोड़कर रोजगार खत्म करने के साथ पलायन की मार झेल रहे गरीबों को निराश्रित कर दिया गया है साथ ही बड़े होटल व्यवसायियों को छेड़ा तक नहीं गया है।
पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने कहा की आपदा में भूधसाव, घर – मकानों के ध्वस्त होने पर सरकार के द्वारा न ही राहत दी गई और न ही कोई मुआवजा दिया गया और ना ही विस्थापन कोई योजना नही बनाई गई है। मेडिकल कालेज, लालढांग- चिलरखाल मांर्ग, केंद्रीय विद्यालय निर्माण कार्य और कण्वाश्रम बिकास कार्य को अवरुद्ध कर ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास चल रहा है।
पूरे प्रदेश में विशेषकर पर्वतीय अंचल की स्वास्थ्य ब्यवस्था पूरी तरह सरकार की गैरजिम्मेदारी के कारण ध्वस्त हो गई है।
अंकिता हत्याकांड में जहां भाजपा नेता विनोद आर्या का पुत्र आरोपी है वहीं भाजपा विधायक रेणु बिष्ट सबूत मिटाने में संलिप्त है। पूर्व विधायक ने भाजपा में वापसी पर कहा कि यह दुष्प्रचार कुछ वर्षों से चल रहा है या चलाया जा रहा है, यह पूरी तरह काल्पनिक है और लोगों के अपने मन के विचार हैं।
इस अवसर पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पूरन सिंह रावत, उपाध्यक्ष- रमेश चन्द्र खंतवाल, भारत सिंह नेगी एवम विनोद रावत, प्रेम सिंह पयाल (जिलाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ट) पार्षद- विपिन डोबरियाल एवं नईम अहमद, बरिष्ट कांग्रेसी / संरक्षक धीरेंद्र सिंह नेगी, मनबर सिंह आर्य, राजेन्द्र आर्य, एडवोकेट प्रवेश रावत, दिनेश चौधरी, सन्दीप रावत आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।