बीडीओ से नाराज 27 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सौंपा सामूहिक इस्तीफा
रामनगर: देश की राजनीति में सरकारें बदलने के बाद राजनीतिक दल सरकार बनाने वाली पार्टी पर भेदभाव करने या बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन उत्तराखंड के रामनगर में खण्ड विकास अधिकारी पर आरोप लगे हैं। जहां बीडीओ की कार्यप्रणाली से खफा होकर ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख सहित 27 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया। जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने प्रभारी सहायक पंचायत अधिकारी दिनेश सैनी को अपना इस्तीफा सौंपते हुए आरोप लगाया कि खंड विकास अधिकारी द्वारा उनके क्षेत्र के मनरेगा के कामों में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। साथ-साथ विकास कार्यों में उनके द्वारा लगातार सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों को परेशान किया जा रहा है।सामूहिक इस्तीफा देने के बाद से ब्लॉक में हड़कप मच गया है।
चोरपानी से बीडीसी व ज्येष्ठ प्रमुख संजय नेगी द्वारा इस्तीफा देने के बाद अन्य बीडीसी सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया। संजय नेगी ने बीडीओ एनडी भट्ट पर मनरेगा की बड़ी योजनाओं में हस्ताक्षर नहीं करने, पशु शेड 2 से ज्यादा नहीं बनाने, विकास कार्यो में बाधा पहुंचाने व अभद्रता करने का आरोप लगाया है। इस्तीफा देने वालो में मालधन गोपाल नगर से किरण, पीरुमदारा से महावीर रावत, किशनपुर छोरी से चंद्रा फर्त्याल, कंदला से मुन्ना सिंह, सावलदे पूरब पश्चिम से कैलाश चंद्र, टांडा मल्लू से मीना आर्य, धर्मपुर ओलिया से धीरेंद्र चौहान, बसई से मंजू, चिलकिया से ललित मोहन, बेड़ा झाल से इरफान, दूल्हेपुरी से पूरन कोहली, गांधीनगर मालधन से राहुल कांडपाल, क्यारी से दीप चंद्र शास्त्री, हिम्मतपुर ब्लॉक से मिथिलेश भट्ट, शिवलालपुर पांडे से नीतू आर्य, पाटकोट से भावना त्रिपाठी, उदयपुरी चोपड़ा से सुमन चौधरी, नाथूपुर छोई से मोरध्वज लटवाल, हल्दुआ से करमजीत कौर, नयागांव चौहान से महेश भारद्वाज, जस्सागांजा से कमला देवी, मालधन चोड तनुजा देवी, मालधन देवीपुरा से सरिता देवी, सखन्नपुर से ओमवती देवी, ढिकुली से खष्टी देवी, दयरामपुर टांडा से विजय कटारिया ने इस्तीफा दिया।