उत्तराखंड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017 की बैठक हुई सम्पन्न
पौड़ी गढ़वाल: विकास भवन सभागार पौड़ी में आज जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल के अध्यक्षता में जिला स्तरीय निगरानी एवं कार्यान्वयन समिति (पंचायतों के लिए उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017) की बैठक आहुत की गई। जिसमें जनपद के समस्त विकास खण्ड के ब्लाॅक प्रमुख, खण्ड विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय संबंधित अधिकारी ने प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से व्यवहारिकता में लाने के लिए जन सहभागिता का होना बहुत जरूरी है। उन्होने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कार्य करने को कहा। जिसमें घरों से निकलने वाली कूडे को पृथकीकरण कर निस्तारण किया जा सकें। उन्होने गीला कूडा एवं सूखा कूडा के लिए पिट व शेड़ बनाने के निर्देश दिया। कहा कि प्रथम चरण में ब्लाक एवं न्याय पंचायत स्तर पर माॅडल के रूप में विकसित करेंगे। जिसके आधार पर जनपद के सभी ग्रामीण एवं अन्य क्षेत्र में किया जायेगा। उन्होने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु नैनीताल में तैनाती के दौरान कूडा प्रबंधन एवं निस्तारण को लेकर नैनीताल शहर में की गई, एक नियोजित तरिके से सफल कार्यक्रम को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाते हुए उपस्थित सभी लोगों को जागरूक कर, इसी तर्ज पर कार्य करने की बात कही। जिस पर सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने जिलाधिकारी के कार्य करने की शैली को स्वीकार करते हुए बेहतर कार्य करने का भरोसा दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु ब्लाॅक प्रमुखों ने छापामारी अभियान के तर्ज पर कार्य करने की बात कही जिस पर उन्होने प्रशासन से सहयोग की मांग की। साथ ही चालान इत्यादि से अर्जित धनराशि को स्वच्छता के क्षेत्र पर ही खर्च करने की मांग की गई।
जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबंधक स्वजल को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों एवं खण्ड विकास अधिकारी को भी साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट व्हट्सअप ग्रुप में जोड़ने के निर्देश दिये। जबकि नगर पालिका पौड़ी को नगर पालिका पौड़ी एवं कोटद्वार में साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर माॅडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये गये। कहा कि 10 दिन के अन्दर अभियान का शुभारंभ किया जायेगा। जिसमें अधिकारियों भी प्रतिभाग करेंगे। जिस पर उन्होने अ0अ0 नगर पालिका पौड़ी को समुचित कार्य को प्लानिंग के आधार पर कराये जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी ने उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017 के तहत कार्य करने तथा चालान आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिस पर जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों एवं वन विभाग को भी चालान बुक देने के निर्देश दिये तांकि अभियान को सफल बनाया जा सकें।
इस दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित जन प्रतिनिधियों को जनपद में स्वरोजगार हेतु पर्यटन, कृषि, बागवानी, पशुपालन, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन आदि क्षेत्र में जिला योजना के तहत किये जा रहे कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। जिस पर सभी उपस्थित प्रमुख एवं अधिकारियों ने जिलाधिकारी के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए जनपद के लिए सौभागय की बात कही।
इस अवसर पर डीएफओ आकाश वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, ब्लाॅक प्रमुख ऐकेश्वर नीरज पाॅथरी, जयहरीखाल दीपक भण्डारी, पोखड़ा ओम प्रकाश रावत, खिर्सू भावनी गायत्री, द्वारीखाल महेन्द्र सिह राणा, नैनीडाडा प्रशान्त कुमार, दुगड्डा रूचि कैन्तुरा, रिखणीखाल मनोहर देवरानी, पौडी दीपक चन्द्र कुगसाल, परियोजना निदेशक एस.एस शर्मा, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत, डीपीआरओ एमएम खान, अ0अ0 नगर पालिका प्रदीप बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।