सात जिलों में 2 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी.
देहरादून:- मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज से अगले तीन दिन प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। अन्य जिलों में गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका के चलते सतर्क रहने की सलाह दी गई है। दून में शुक्रवार सुबह से बादलों के डेरे के बाद रात को झमाझम वर्षा हुई। शाम साढ़े सात बजे से शुरू हुई वर्षा देर रात तक लगातार होती रही। जिससे दून के ज्यादातर क्षेत्र पानी से सराबोर हो गए। चौक-चौराहों के जलमग्न होने के साथ ही दुकानों और घरों में पानी घुस आया। मसूरी मार्ग पर गलोगी के पास मलबा आने से आवाजाही ठप हो गई। देर रात तक मसूरी मार्ग पर वाहन फंसे रहे।मसूरी मार्ग पर गलोगी के पास सड़क पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित हो गया। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लगी रहीं। इस संबंध में लोनिवि के सहायक अभियंता पुष्पेंद्र कुमार ने बताया मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन भारी बारिश से रुकावट पैदा हो रही है। देर रात तक भी यातायात पूरी तरह सुचारू नहीं हो सका था। कुमाऊं में हल्की बारिश के बीच सीमांत पिथौरागढ़ जिले में दिक्कतें बढ़ रही हैं। जिले में 25 मार्ग बंद हैं। तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर मलबा आने से चीन सीमा का संपर्क कटा है। शुक्रवार शाम से धारचूला के एलधारा में भूस्खलन व बोल्डर गिरने से खतरा बना हुआ है। मल्ली बाजार धारचूला के 40 परिवारों को घर छोड़ना पड़ा है। प्रशासन ने उन्हें केएमवीएन के विश्राम गृह में ठहराया है। इधर, सरकार और प्रशासन के विरुद्ध लोगों में आक्रोश है। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर जाकर बचाव व राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं। बागेश्वर जिले में 10, नैनीताल जिले में 11 सड़कें बंद पड़ी हैं।