किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आक्रोश
कालाढूंगी: किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान का शोषण होने पर भारतीय किसान संघ व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किसानों को धान क्रय केंद्र पर तुलना होने पर रोष व्यक्त किया और राज्य एवं केंद्र सरकार की किसान विरोधी दमन नीति के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने कहा कि किसान बिल पारित होने से किसानों की स्थिति बनी हो गई है किसान सहकारी समिति एवं अन्य जगह जहां पर भी क्रय केंद्रों एवं सहकारी समिति द्वारा बनाए गए केंद्र हैं वहां पर धान की तौल नहीं हो पा रही है जिसके चलते जिसके कारण किसान ऋण हो चुके हैं किसानों ने पौने दाम पर धान बेचकर किसान अपना ऋण चुकाने पर मजबूर है वही ऋणी काश्तकार समय रहते खरीद नहीं होने से काफी परेशान हैं वहीं भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हुए वक्ताओं ने कहा कि वक्त रहते अगर धान क्रय केंद्रों में धान नहीं चला जाता तो आमरण अनशन करने को किसान मजबूर हो जाएंगे।