मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार को बताया किसान हितैसी
देहरादून: केंद्र सरकार के कृषि सुधार विधयेक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की ,प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी सरकार के कृषि सुधार विधायक को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऐतिहासिक बताया …मुख्यमंत्री सिंह रावत ने कहा कि अब तक के इतिहास में आज तक किसी सरकार ने किसानों के हित के बारे में नहीं सोचा केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के बारे में सोचा है ..और जो वादे चुनावों में मोदी सरकार ने किए थे उन वादों को पूरा किया है… मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पूर्व में गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी उन्होंने किसानों के हितों के बारे में सोचा और आज जब देश के प्रधानमंत्री है तब भी किसानों के हितों के बारे में काम कर रहे हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि महोत्सव शुरू करने का श्रेय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है यही नहीं जितनी चिंता किसानों की प्रधानमंत्री को है उतनी आज तक किसी भी सरकार ने नहीं की है सीएम त्रिवेंद्र रावत ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह किसानों को बरगला रहे हैं और गलत रास्ते पर ले जाकर अपनी राजनीति चमका रहे हैं स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को कांग्रेस ने 10 साल तक केंद्र की सरकार में होने के बावजूद भी ठंडे बस्ते में डाल के रखा.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 2002 में कृषि विभाग का बजट 12000 करोड का था जो अब मोदी सरकार ने एक लाख करोड़ का कर दिया है यही नहीं 12 हजार करोड़ रूपया सीधा किसानों के खाते में पहुंचा है एक लाख करोड़ का पैकेज किसानों के हित में मोदी सरकार ने दिया है …मत्स्य पालन के लिए 20 हजार करोड पशुपालन के लिए 15 हजार करोड ,धान के एमएसपी 14 सौ प्रति क्विंटल निकलती,जो अब 19 सौ प्रति क्विंटल, मसूर की दाल में ₹300 प्रति क्विंटल वृद्धि हुई..आंकड़े गवाही दे रहा है कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए काम किया है,
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस बिल का विपक्ष इसलिए विरोध कर रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में बिचौलियों के काम को बिल्कुल खत्म कर दिया है आज की शाम को खुली छूट है कि वे मंडी में अपना अनाज बेचना चाहे या फिर बाजार में बेच पता है किसान आज अपना उत्पाद कहीं भी किसी भी बेच सकता हैमुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग पीएम की आलोचना कर रहे हैं या तो वह अनजान है या फिर सोने का नाटक कर रहे हैं सोए हुए को जगाया जा सकता है लेकिन सोने का नाटक करने वालों को नहीं जगाया जा सकता सीएम ने कहा कि यह कुछ दल अपने निजी स्वार्थ के कारण और दलालों के दबाव में इस तरह का आरोप प्रधानमंत्री पर लगा रहे हैं