अन्न ग्रहण नही करेंगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी
हरिद्वार: कोरोना काल के चलते पूर्व से ही बेहद व्यस्त और खासी फजीहत के चलते स्वास्थ्य विभाग की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है दरअसल हरिद्वार में स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अब अपने विरोध करने का नायाब तरीका इजाद किया है अपनी संबंधित मांगों के पूरा नहीं होने तक कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान अन्न त्याग देने का फैसला किया है जिसके बाद अब चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिना अन्न ग्रहण किए ड्यूटी कर रहे हैं कर्मचारियों का कहना है कि जब तक की उनकी मांगों को स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक और सरकार नहीं मानती तब तक उनका विरोध ऐसे ही बरकरार रहेगा और इस दौरान अगर किसी स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ कोई अनहोनी घटित होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा ने कहा है कि कर्मचारियों की पदोन्नति समेत पौष्टिक आहार भत्ता और एक माह का अतिरिक्त मानदेय सहित कई लंबित मांगों पर अभी तक विचार नही किया गया है ऐसे में उनके पास विरोध का और कोई चारा नही है उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर सड़कों पर भी उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ा तो वह पीछे नहीं हटेंगे !