नन्दा देवी इको फ्रेंडली मूर्ति निर्माण
नैनीताल:नैनीताल में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखते हुए प्रतिष्ठित माँ नन्दा और सुनन्दा देवी की मूर्तियों को इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है। मूर्ति में केले के पेड़, बाँस, प्राकृतिक रंग, रुई और कपड़े समेत अन्य पर्यावरण प्रिय वस्तुओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुलदेवी के रूप में पूजी जाने वाली माँ नन्दा देवी महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं, मूर्ति को इको फ्रेंडली वस्तुओं से बनाया जा रहा है जिससे इसे प्राण प्रतिष्ठा और भक्तों के दर्शनों के बाद झील में विसर्जित किया जा सके। नयना देवी मंदिर में कदली वृक्ष से मूर्ति निर्माण किया जा रहा है माँ नंदा सुनन्दा की मूर्तियों को प्राण प्रतिष्ठा के भक्तों के दर्शनों के लिए रख दिया जाता है। इस महोत्सव को सन 1925 में लाला मोती लाल साह ने शुरू कराया था। जिसके बाद से इसे राम सेवक सभा संचालित कराते आ रही है। नयना देवी परिसर में होने वाला ये महोत्सव इस वर्ष अपने 118वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। इसमें देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु माँ के दर्शन करने पहुँचते थे लेकिन इस बार कोविड 19 के चलते श्रद्धालु शोसल मीडिया के माध्यम से ही दर्शन कर पाएंगे। 3 दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान का समापन 28 अगस्त को होगा।