सल्ट विधानसभा सीट से उपचुनाव नही लड़ेंगे मुख्यमंत्री
अल्मोड़ा: सल्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चाओं का बाज़ार खासा गर्म रहा। मगर अब प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के बयान के बाद मामला थोड़ा ठंडा होता दिख रहा है। बयान के अनुसार स्थानीय व्यक्ति को ही चुनाव लड़ाया जाएगा। इसका मतलब यह भी है कि सीएम तीरथ सिंह रावत के लिए दूसरी सीट खोजनी होगी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कुर्सी पर बैठ गए हैं। मगर वे अभी तक प्रदेश की किसी भी सीट से विधायक नहीं हैं। क्योंकि भाजपा ने तीरथ रावत को लोकसभा से बुलाकर राज्य का सीएम बनाया इसलिए उनके पास फिलहाल कोई विधानसभा सीट नहीं है। लिहाजा 6 महीने के अंदर उन्हें किसी सीट से चुनाव जीतना होगा।इसी कड़ी में कई समय से चर्चाएं की जा रही थी कि मुख्यमंत्री को किस सीट से उपचुनाव में उतारा जाए। ऐसे में सल्ट सीट को लेकर भी काफी लोग कयास लगा रहे थे। दरअसल पिछले साल सल्ट के विधायक सुरेंद्र जीना का निधन हो गया था। जिसके बाद इस सीट पर भी उपचुनाव होने हैं। 17 अप्रैल को इस सीट पर होने वाले चुनावों के बाद यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि भाजपा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को इस सीट से उतारेगी।
चुनाव के प्रत्याशी के बारे में मंथन करने के लिए गुरुवार को सल्ट ब्लाक के मोलेखाल में बैठक बुलाई गई है। जिसके लिए एक तीन सदस्यीय पैनल भी बनाया गया था। इसमें शामिल कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत व प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट हेलीकॉप्टर से सल्ट जाने के लिए रामनगर पहुंचे थे। यहां से सल्ट जाने से पूर्व मीडिया से बातचीत में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रावत ने स्थिति स्पष्ट कर दी है।
उन्होंने कहा कि सल्ट उपचुनाव में स्थानीय व्यक्ति को ही टिकट दिया जाएगा। स्थानीय ही उस सीट से चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि सल्ट चुनाव में भाजपा की जीत भारी मतों से होगी। शनिवार को चुनाव समिति की बैठक मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष ने तय कर दी है। आज या कल में सल्ट से चुनाव लड़ने वाले दावेदारों का पैनल बनकर तैयार हो जाएगा। आपको बता दें कि इस बयान के बाद यह कयास लगने कुछ हद तक बंद हो गए हैं कि सीएम को इस सीट से उतारा जाएगा। लिहाजा अब भाजपा और कांग्रेस दोनों ने प्रत्याशियों के नाम पर सोच विचार शुरू कर दिया है। सियासी गलियारे में इस सीट को लेकर खासी चर्चा है।